Saturday, December 31, 2011

Lyrics of Rang aur nurki barat kise pesh (Ghazal)

Rang aur nurki barat kise pesh (Lyrics)



Song Details:
Movie:Ghazal
Music Director:Madan Mohan
Lyricists:Sahir ludhiyanavi
Singer(s):Mohamed Rafi

Rang aur nurki barat kise pesh Free Lyrics Provided By indian-songs-lyrics.blogspot.com

रंग और नूर की बारात किसे पेश करूँ 2
ये मुरादों की हसीं रात किसे पेश करूँ

मैंने जज़बात निभाये हैं उसूलों की जगह 2
अपने अरमां पीरो लाया हूँ , फूलों की जगह
तेरे सेहरे की 2 ये सौगात किसे पेश करूँ
ये मुरादों की हसीं रात किसे पेश करूँ

ये मेरे शेर मेरे आखरी नजराने है 2
मैं उन अपनोमें हूँ जो आजसे बेगाने है
बेताल्लुँक्सी मुलाक़ात किसी पेश करू
ये मुरादोंकी हसी रात किसे पेश करू

सुर्ख जोड़े की तबोताब मुबारक हो तुझे 2
तेरी आँखों का नया ख्वाब मुबारक हो तुझे
मैं ये ख्वाईश ये खयालात किसे पेश करूँ
ये मुरादों की हसीं रात किसे पेश करूँ

कौन कहता है , के चाहत पे सभी का हक है 2
तू जिसे चाहे तेरा प्यार उसी का हक है
मुझ से कह दे 2, मैं तेरा हाथ किसे पेश करूँ
ये मुरादों की हसीं रात किसे पेश करूँ
किसे पेश करूँ, किसे पेश करूँ, किसे पेश करूँ

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